क्या आपके विचारों को पढ़ना चाहता है फेसबुक | सौरभ कुमार श्रीवास्तव
क्या आपके विचारों को पढ़ना चाहता है फेसबुक सौरभ कुमार श्रीवास्तव
फेसबुक आपके विचारों को पढ़ना चाहता है। अप्रैल में एक साइट ने खुलासा किया था फेसबुक ने एक नई डिवीजन शुरू की है, जिसका नाम 'बिल्डिंग8' रखा गया है। यह खासतौर पर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कॉन्टेंट के जरिये ग्राउंड-ब्रेकिंग प्रोडक्ट बनाना चाहता है।कंपनी ने जॉब पोस्टिंग का एक विज्ञापन दिया है, जिससे पता चलता है कि इस रहस्यमयी विभाग में दिमाग को पढ़ने वाली टेक्नोलॉजी पर काम हो रहा है।
फेसबुक ने जॉब साइट पर जो विज्ञापन दिया है, उसे कोई भी देख सकता है। एक विज्ञापन 'ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस इंजीनियर' के लिए है, जो दो साल तक B-8 प्रोजेक्ट पर फोकस करेगा, जिसके तहत एडवांस BCI टेक्नोलॉजी का विकास करना है।
हालांकि, इस जॉब में क्या काम करना शामिल होगा, इसके बारे में काफी कम जानकारी दी गई है। मगर, विज्ञापन में यह कहा गया है कि अहम जिम्मेदारियों में आवेदक को 'मशीन लर्निंग मैथेड, एन्कोडिंग और डिकोडिंग मॉडल सहित, न्यूरोइमेजिंग और इलेक्ट्रोसाइकोलॉजिकल डेटा को अप्लाई करना आना चाहिए।
दूसरे विज्ञापन में 'न्यूरल इमेजिंग इंजीनियर' की जॉब ऑफर की गई है। इस पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार 'नॉन-इनवेसिव न्यूरोइमेजिंग टेक्नोलॉजीस' के अच्छे प्रोजेक्ट पर केंद्रित परियोजना को देखने के लिए उत्तरदायी होगा। दोनों नौकरियां कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क स्थित साइट के लिए हैं।
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